तत्व वास्तु - पूर्व दिशा के दोष के परिणाम
।।जय माता दी।।
जिन घरों के पूर्व दिशा में वास्तु दोष रहता है वंहा जोश और उत्साह की जबरदस्त कमी रहती है, पिता से मतभेद, मुखिया से मतभेद, उच्च अधिकारियों से मतभेद, जोश की कमी, निरुत्साही, डरपोक होता है, आँखों की परेशानिया, सर दर्द और सर के रोगों से परेशानिया, रीड की हड्डी के रोग, अफारा, आलसी होते है, सुस्त होते है, सरकारी काम काज में परेशांनी, बदनाम होना, यश की कमी, मेहनत करने से कतराते है, विदेश योग में बाधा डालते है, विदेश में परेशानिया, राजनीतिक बाधा और रुकावट, वात और कफ के रोग, पढाई में परेशांनी, मन में एक प्रकार का डर बना रहता है, आत्म विश्वास की कमी, जातक के पुरुषार्थ और कर्म फल में कमी करता है, इसके अलावा बहुत सी परेशानिया है जो जातक को और जातक के परिवार को परेशान कर सकती है।
पूर्व दिशा में दोष होने से जातक को ऊपर लिखित कोई न कोई परेशानी लगातार बनी रहती है।